उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सुविधाएं किसी से छिपी हुई नहीं है। ताजा मामला त्यूणी तहसील का है जहां एंबुलेंस के इंतजार में गर्भवती महिला घंटों दर्द से कराहती रही। वहीं एंबुलेंस चालक नशे में धुत था और आते समय एंबुलेंस का एक टायर सड़क से बाहर चला गया था। जिसकी जानकारी गर्भवती के परिजनों को काफी देर बाद मिली। गनीमत है कि देर रात परिजनों को निजी वाहन मिल गया जिसके माध्यम से गर्भवती को अस्पताल पहुंचाया जा सका। आरोपी चालक को सेवा से हटा दिया गया है।
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जानकारी के अनुसार घटना त्यूणी तहसील से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत बृनाड की है। जहां गांव निवासी कल्पना की रात्रि करीब 10:00 बजे अचानक प्रसव पीड़ा हुई। अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों ने आपातकालीन सेवा 108 पर जानकारी दी। जिसके बाद एंबुलेंस चालक राजकीय अस्पताल त्यूणी से एंबुलेंस निकला। बताया जा रहा है कि एंबुलेंस चालक नशे में धुत था और अस्पताल से करीब 200 मीटर आगे त्यूणी-मोरी मार्ग पर एंबुलेंस का अगला प्रयास सड़क से बाहर खाई में चला गया। हालाकी पिछला टायर सड़क पर मौजूद मिट्टी में धंसने से एंबुलेंस खाई में गिरने से बच गई।
नशे में धुत एंबुलेंस चालक
ग्रामीणों ने किसी तरह चालक को एंबुलेंस से बाहर निकाला और घटना की सूचना अस्पताल में दी। इसके बाद अस्पताल ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और 108 सेवा के जिला प्रभारी को सूचना दी। वही दूसरी ओर गर्भवती कल्पना प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। परिजनों ने एंबुलेंस की लोकेशन जानने के लिए फिर से 108 सेवा में संपर्क किया तो पता चला कि चालक नशे में होने के कारण एंबुलेंस नहीं आ पाई।
गनीमत रही कि इसी दौरान परिजनों को सीजी वाहन मिल गया और रात्रि करीब 1:00 बजे गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक प्रसव कराया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं। वहीं चालक प्रीतम को तत्काल प्रभाव से सेवा से हटा दिया है। जिला प्रभारी नरेंद्र बडोनी ने कहा कि आपातकालीन सेवा में ड्यूटी के प्रति लापरवाही किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।