उत्तराखंड में बेरोजगार संघ के भारी विरोध के बावजूद पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हो गई है। हालांकि परीक्षा के बाद पेपर की सील खुली होने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे जिस पर उत्तराखंड पुलिस ने बयान जारी किया है। पटवारी परीक्षा को लेकर गलत खबर फैलाने के मामले में उत्तरकाशी जिले में दो लोगों के खिलाफ नकल विरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

पहले हुआ था पेपर लीक 

बताते चलें कि बीते 8 जनवरी को उत्तराखंड में पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन पेपर लीक होने की वजह से पेपर रद्द किया गया और गत दिवस 12 फरवरी को दोबारा आयोजित करानी पड़ी। भर्ती परीक्षाओं की CBI जांच और जांच के बाद ही परीक्षा आयोजित कराने को लेकर युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। देहरादून में इसको लेकर जमकर बवाल हुआ और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। हालांकि अभी भी बेरोजगार संघ और युवा धरना दे रहे हैं।

उत्तरकाशी में मुकदमा दर्ज 

पटवारी भर्ती परीक्षा संपन्न होने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें पेपर की सील खुली होने का आरोप लगाया गया और यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। इस मामले में पुलिस ने एक अभ्यर्थी अरुण कुमार, उसके साथियों और कुछ न्यूज पोर्टलों के खिलाफ नकल विरोधी कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गौरतलब है कि धामी सरकार ने हाल में ही राज्य में नकल विरोधी कानून लागू किया है जिसके बाद यह पहला मुकदमा दर्ज किया गया है।

 

पुलिस ने जारी किया बयान 

सील खुली होने को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट करते हुए बयान जारी किया कि कतिपय अभ्यर्थियों द्वारा प्रश्नपत्र की पेपर सील की गोपनीयता के सम्बन्ध में व्यक्त संदेह / भ्रांतियों के सम्बन्ध में अवगत कराना है कि प्रश्नपत्र प्रेस द्वारा बॉक्सों शील्ड किया जाता है। उक्त बॉक्सों के अंतर्गत लिफाफों में ( पाली बैग्स) प्रश्न पत्र शील्ड होते हैं। गोपनीय सामग्री के प्रेस से आयोग में उपलब्ध होने व आयोग से जनपदों को उपलब्ध कराये जाने तथा परीक्षा तिथि को कोषागार से सेक्टर मजिस्ट्रेट के माध्यम से परीक्षा केन्द्रों को उपलब्ध कराते समय अर्थात प्रत्येक स्तर पर वीडियोग्राफी की जाती है।

उक्त गोपनीय सामग्री वाले बॉक्स प्रधानाचार्य/केन्द्र प्रभारी के कक्ष में कक्ष निरीक्षक की उपस्थिति में खोले जाते हैं, जिसकी वीडियोग्राफी की जाती है। प्रत्येक प्रश्नपत्र पर पेपर शील लगी होती है, जिसकी कभी-कभी यातायात के दौरान टूटने की संभावना हो सकती है। उक्त प्रश्नपुस्तिका की पेपर शील को कक्ष निरीक्षक के निर्देश पर अभ्यर्थियों द्वारा खोला जाता है ताकि सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर व समय मिल सके।