उत्तराखंड में शुरू होगा पहला Mother Milk Bank

नवजात शिशुओं के लिए मां का दुध बहुत महत्वपूर्ण होता है परंतु कई बार विभिन्न कारणों की वजह से यह दुध नवजात शिशुओं को उपलब्ध ही हो पाता है अब इस संबंध में उत्तराखंड सरकार अब राज्य में पहला मातृ दुग्ध बैंक (Mother Milk Bank) स्थापित करने की योजना बना रही है जिससे कई बच्चे लाभांवित होंगे।

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उत्तराखंड स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि Mother Milk Bank की सुविधा से नवजात शिशु को मां के दूध के पोषक काफी हद तक मिल सकेंगे। योजना के तहत स्तनपान कराने वाली महिलाएं बैंक को दूध दान कर सकेंग।

क्या है Mother Milk Bank

मातृ दुग्ध बैंक एक ऐसी संस्था होती है जहां नवजात शिशुओं के लिए मां का सुरक्षित दूध स्टोर किया जाता है। जिसकी मदद से उन नवजात शिशु को मां का दूध उपलब्ध कराया जाता है, जिनकी मां किसी कारण वर्ष अपने शिशुओं को स्तनपान कराने में असमर्थ है। इस केंद्र में 2 तरह की महिलाएं दूध दान करती है। प्रथम वह महिलाएं जो अपनी स्वेच्छा से दूर दान करना चाहती हैं और दूसरी वह महिलाएं जो अपने बच्चों को दूध नहीं पिला सकती। बता दें कि जिनके बच्चे दूध नहीं पीते अगर उनका दूध नहीं निकाला जाए तो मां के रोगी होने की आशंका बढ़ जाती है ऐसी महिलाओं के लिए दूध दान करना अच्छा विकल्प है।

शिशु मृत्यु दर कम करने का प्रयास जारी 

आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की 2021 की रिपोर्ट के अनुसार शिशु मृत्यु दर में हिमालई राज्यों में उत्तराखंड का तीसरा स्थान था। जहां 1000 शिशुओं के जन्म पर 27 मौतों की उच्चतम दर रिकॉर्ड की गई थी। स्वास्थ्य मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव पर ध्यान दे रही है। राज्य में शिशु मृत्यु दर को कम करने को लेकर सरकारी प्रयासों से बेहतर स्थान मिला है और इसे बेहतर बनाने का प्रयास जारी है।

गर्भवती महिलाओं के लिए योजना

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को निशुल्क अस्पताल पहुंचाने के लिए सरकार ने व्यवस्था की है। एक योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को ₹2000, मां के भोजन के लिए पंद्रह सौ और बच्चे के नामकरण समारोह के लिए ₹500 दिए जाते हैं। शिशु मृत्यु दर बढ़ने का एक कारण सही समय पर गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं ना मिल पाना भी है। ऐसे में सरकार की ओर से एक गाने योजना बनाई जा रही है जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को 15 दिन पहले हो बिस्तर में रखा जाएगा और इसके लिए होटल अस्पताल आदि में व्यवस्था की जाएगी।

 

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