हरिद्वार जिले के सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र में एक युवक ने दूसरे धर्म की युवती से शादी की। जिसके बाद दोनों का एक बेटा हुआ लेकिन बीमारी के चलते पत्नी की मौत हो जाने के बाद ससुरालियों ने यूवक के पुत्र को अपने साथ ले जाकर धर्म परिवर्तन करा लिया। आरोप है कि बेटे के धर्मपरिवर्तन के साथ ससुराल पक्ष उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं और फिर उसका विवाह अपने धर्म की युवती से कराने की बात कर रहे।
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जानकारी के अनुसार आदर्श निवासी अरविंद ने सिविल लाइंस कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि 6 वर्ष पूर्व उसका विवाह गाजियाबाद निवासी आयशा से हुआ था। जिसका बाद उनका एक बेटा शिवांश पैदा हुआ था। कुछ समय बाद बीमारी के चलते आयशा की मौत हो गई तो ससुराल पक्ष के लोग रुड़की आकर जबरन उसकी पत्नी का शव ले गए और अपने धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया तथा पुत्र को भी अपने पास रख लिया।
आरोप है कि जब वह बेटे को लेने ससुराल पहुंच तो पता चला कि ससुरालियों ने जन्म प्रमाण पत्र में बेटे का धर्म परिवर्तन करा लिया। जब युवक ने इसका विरोध किया तो उसकी पिटाई की गई। किसी तरह युवक वहां से बचकर वापस आया।
पीड़ित ने सिविल लाइंस कोतवाली में तहरीर देकर अपने पुत्र को वापस दिलवाने की मांग की है। आरोप है कि ससुरालियों द्वारा युवक पर भी धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा है जिसके बाद वह उसका विवाह अपने धर्म की युवती के साथ कर देंगे। कोतवाली सिविल लाइंस के एसएसआई का कहना है की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।