दरअसल ये मामला Uttrakhand का है रविवार को बेतालघाट चौक में रहने वाले एक व्यक्ति की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिस कारण उसे जल्दबाजी में हल्द्वानी हॉस्पिटल की ओर ले जाया गया लेकिन रास्ते में हॉस्पिटल की ambulance खराब हो गई, इसके बाद किसी तरह प्राइवेट ambulance का इस्तेमाल करके व्यक्ति को अस्पताल की ओर भेजा गया तो कैंची धाम जाने वाले रास्ते पर हैवी ट्रैफिक होने की वजह से ambulance वहां जाम में फंस गई। जिस कारण मरीज में अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।

आखिर क्या हुआ था युवक को, जो चली गई जान
Uttrakhand के धनियाकोर्ट चौक पर रहने वाला युवक एक दुकानदार है, जिसकी उम्र 40 वर्ष है और नाम जगमोहन सिंह है। रविवार शाम को उन्हें अचानक खून की उल्टियां होने लगी, जैसे ही परीक्षकों ने अस्पताल में सूचना दी वैसे ही ambulance इन्हें लेने को रवाना हुई। इसके बाद ambulance काफी देर कैंची धाम के पास ट्रैफिक में फंसी रही और फिर ट्रैफिक से निकलकर युवक के पास पहुंची तो रास्ते में ले जाते वक्त खराब हो गई। इसके बाद एक निजी ambulance का इंतजाम किया गया लेकिन वह ambulance भी बहुत देर तक जाम में फसी रहे जिस कारण मरीज के रास्ते में ही मृत्यु हो गई। मरीज के परिजनों ने बताया कि जब ambulance अस्पताल पहुंची तो अस्पताल वालों ने जगमोहन सिंह को मृत घोषित कर दिया उनका कहना था कि उनकी मौत हैवी ट्रैफिक में फंसने की वजह से हो गई।
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