उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हारने के बावजूद भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी को दुबारा उत्तराखंड की कमान सौंपी है। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए सीएम पुष्कर धामी को 6 माह से पहले विधान सभा चुनाव जीतना जरुरी है। ऐसे में खाली चंपावत विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री धामी के नाम पर भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
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बता दें कि उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए 14 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को मतगणना हुई थी। जिसमें भाजपा ने दो तिहाई बहुमत हासिल करते हुए 70 सीटो में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की, लेकिन सीएम धामी अपनी खटीमा सीट बचाने में कामयाब रहे। काफी मंथन के बाद बीजेपी आलाकमान ने सीएम धामी को उत्तराखंड की कमान दुबारा सौंपी। अब मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें 6 माह के अंदर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करनी जरुरी है। मतगणना के बाद 7-8 विधायकों ने सीएम धामी के लिए सीट छोड़ने की पेशकश की थी।
बीते माह 21 अप्रैल को चंपावत विधायक कैलाश गहतोड़ी ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा गत बुधवार को इस सीट पर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही अधिसूचना जारी हो गई। चंपावत विधानसभा सीट पर 31 मई को मतदान होगा और 4 जून को नतीजे आएंगे। भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने चंपावत सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए एकमात्र दावेदार पुष्कर सिंह धामी के नाम पर स्वीकृति प्रदान कर दी है। भाजपा महासचिव अरूण सिंह ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी।