उत्तराखंड न्यूज : 4 जून 2025 को चमोली जिले के ठराली इलाके में प्रानमती नदी के पास निर्माण हुए वैली पुल में अचानक बड़ी क्षति आ गई। 60 मीटर लंबा यह पुल अधूरा ही ध्वस्त हो गया, जिससे स्थानीय लोग और सरकार चिंतित हो उठे, जिसके कारण स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर कई तरह के सवाल उठाने की इस पुल को बनाने वाले इंजीनियर को पुल बनाने का काम बेकार दिया गया है, अगर काम आता नहीं है तो इंजीनियर टेंडर क्यों लेते हैं ग्रामीणों ने इस प्रकार के कई तरह के तंज सरकार पर कैसे।
सरकारी प्रतिक्रिया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए तीन पीडी इंजीनियरों जिम कार्यकारी अभियंता दिनेश मोहन भी शामिल है इन सभी को निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया। सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडे को भी उनकी ड्यूटी से हटाया गया है सरकार ने इसे गंभीर लापरवाही माना और कहा कि इस लापरवाही की विशेषज्ञ द्वारा समिति गठित करके जांच की जाएगी इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसे सजा मिलेगी।
मुख्यमंत्री का बयान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह स्पष्ट किया कि सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी ईमानदारी वह जिम्मेदारी के साथ काम करें अगर किसी ने भी लापरवाही या भ्रष्टाचार करके काम किया तो उन्हें तुरंत बर्खास्त कर दिया जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड को देश के सबसे टॉप राज्यों में से एक बनाने का लक्ष्य है जिसके लिए प्रशासनिक शक्ति होना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री के अनुसार थराली पल गिरना या संकेत है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता और निगरानी में चूक हो रही है अब विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर ये तय किया जाएगा कि कौन दोषी हैं। इसके अलावा सरकार ने ऐसा अब आश्वासन दिया कि भविष्य में कोई भी ऐसी घटना घटित ना हो इसके लिए वह अपने कार्य पर अपनी जिम्मेदारी को सुनिश्चित करेगी।
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