उत्तराखंड से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां देहरादून में तीन कारोबारियों ने फर्जी कंपनियां बनाकर 24 करोड़ का चूना लगा दिया है। अब मामला सामने आने के बाद तीनों व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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जानकारी के अनुसार आनलाइन आवेदन के माध्यम से मेसर्स ठाकुर ट्रेडर्स के नाम से प्रोपराइटर संजय ठाकुर ने GST में अपने फर्म को रजिस्टर्ड कराया था और फर्म के नाम पर लगभग 120 करोड़ का व्यापार दिखाया।
21 अप्रैल 2022 को फर्म का पंजीकरण हुआ और चंद महीनों में ही फर्म का 120 करोड़ रुपए का व्यापार देखकर GST अधिकारी भी हैरान हो गए। जिसके बाद सीजीएसटी कर अपवंचन शाखा की टीम ने जांच पड़ताल शुरू की और दिए गए पते 48 इन्द्रा कालोनी, नेशविला रोड, देहरादून पहुंच तो पता चला कि संजय ठाकुर नाम का कोई व्यक्ति यहां रहता ही नहीं। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि जीएसटी पंजीकरण में संजय ठाकुर ने गलत दस्तावेज लगाए हैं।
मैसर्स ठाकुर ट्रेडै का ज्यादातर लेन-देन शहारुख मोहम्मद की कंपनी मैसर्स एमरात इंटरप्राइजेज चुक्खुवाला बकरालवाला रोड और सुनील कुमार की कंपनी मैसर्स एसके ट्रेडर्स नेशविला रोड से होता था। इन दोनों पतों पर भी पड़ताल की गई तो यहां भी कोई और रहता मिला।
GST सहायक आयुक्त का कहना है कि तीनों कारोबारियों ने नकली फर्मों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लगभग 120 करोड़ का व्यापार किया। जिससे उत्तराखंड सरकार को 24 करोड़ का चूना लगा दिया। तहरीर पर पुलिस ने तीनों फर्मों के मालिकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।