Corbett National Park inspection: उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क और आसपास चल रही परियोजनाओं का हाल ही में इलाका वन संरक्षण और निदेशक डॉक्टर साकेत बडोला ने निरीक्षण किया है इस दौरान उन्होंने जो सफारी और बायोडायवर्सिटी पार्क निर्माण की प्रगति का जायजा लिया और गोलापुर क्षेत्र में हो रहे एरोजन कंट्रोल कार्य पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया।
परियोजनाओं का तेजी से कार्यान्वयन
इस निरीक्षण के दौरान डॉक्टर बडोला ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जू सफारी और बायोडायवर्सिटी पार्क के सभी महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरा कर लिया जाए। उनका मानना है कि यह प्रोजेक्ट ना से पर्यटन को बढ़ावा देगा बल्कि स्थानीय रोजगार और जैव विविधता के संरक्षण के लिए भी जरूरी है।
अवैध खनन पर रोक
गोला नदी क्षेत्र का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पाया की भूमि कटाव की समस्या गंभीर है उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि नदी किनारे पर हो रहे अवैध खनन को तुरंत रोका जाए। खनन के कारण न केवल नदी की प्राकृतिक प्रभावित होती है बल्कि आसपास के पारिस्थितिक तंत्र को भी खतरा होता है।
Erosion Control पर फोकस
डॉ बडोला के अनुसार नदी किनारे पर हो रहे भूमि के कटाव के कारण हो रहे नुकसान के लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए। अगर समय रहते इसका उपाय नहीं किया गया तो यह खेती , बुनियादी ढांचे और वन्य जीव के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आधुनिक तकनीक और स्थानीय संसाधन का उपयोग करके मिट्टी के कटाव को रोकने की प्लानिंग करनी चाहिए।
अधिकारियों की मौजूदगी
इस निरीक्षण के दौरान डीएफओ हिमांशु बागरी, एसडीओ अनिल जोशी, रेंजर शहीद कई वन्य अधिकारी भी शामिल थे सभी को स्पष्ट रूप से कहा गया कि संरक्षण कार्यो में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क के ये निरीक्षण से हमें पता चलता है कि प्रशासन पर्यावरण संरक्षण और विकास परियोजनाओं के संतुलन बनाए रखने के लिए काफी सजग है।






