मुंबई। स्टैंड-अप कॉमेडियन कुनाल कामरा फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार उनकी जोकिंग से ज्यादा उनकी टी-शर्ट चर्चा का केंद्र बनी हुई है। हाल ही में उन्होंने एक टी-शर्ट पहनी, जिस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का नाम साफ लिखा था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, और लोगों के बीच बहस छिड़ गई कि क्या यह मज़ाक है या राजनीतिक बयान? कुनाल, जो हमेशा से सत्ता और संस्थाओं पर तीखे कमेंट्स के लिए मशहूर हैं, ने इस बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि यह सिर्फ एक सामान्य टी-शर्ट है, लेकिन बीजेपी समर्थकों को चुभ गई।
कुनाल विमान में एयर होस्टेस को लेकर हुए विवाद से लेकर संसद में किसान आंदोलन के समर्थन तक चर्चा में रहे हैं। इस बार मुंबई में एक इवेंट के दौरान उन्होंने वह टी-शर्ट पहनी, जो आरएसएस के लोगो या सिंबल से इंस्पायर्ड लग रही थी। वीडियो में वे हंसते-मुस्कुराते नजर आ रहे थे, लेकिन ऑनलाइन ट्रोलर्स ने इसे ‘अपमान’ बता दिया। कुनाल ने ट्विटर पर जवाब दिया, “आरएसएस की टी-शर्ट पहनकर मैंने कुछ गलत तो नहीं किया? ये तो बस एक टी-शर्ट है, लेकिन कुछ लोग इसे राष्ट्रीय मुद्दा बना देते हैं।”
सोशल मीडिया पर क्यों मचा बवाल?
इस घटना ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर तूफान ला दिया। एक तरफ फैंस कुनाल को सपोर्ट कर रहे हैं, कह रहे हैं कि यह फ्री स्पीच का मामला है। वहीं, आरएसएस के समर्थक इसे संगठन का अपमान बता रहे हैं। कुछ यूजर्स ने तो कुनाल के पुराने जोक्स भी खोद निकाले, जैसे कि उन्होंने कभी पीएम मोदी पर तंज कसे थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कुनाल का यह स्टाइल हमेशा से कंट्रोवर्शियल रहा है – वे सवाल उठाते हैं, जो समाज के नाजुक मुद्दों को छूते हैं। लेकिन सवाल यह है, क्या एक टी-शर्ट पहनना इतना बड़ा अपराध है?
कई लोग इसे राजनीतिक चाल मान रहे हैं। खासकर लोकसभा चुनावों के करीब आते ही ऐसे विवाद तेज हो जाते हैं। कुनाल पहले भी एअर इंडिया फ्लाइट में जोक मारने पर जुर्माना भर चुके हैं, लेकिन वे कभी रुके नहीं। इस बार भी, उन्होंने एक पॉडकास्ट में कहा, “मैं आरएसएस को टारगेट नहीं कर रहा, बस दिखा रहा हूं कि डर किस चीज का है।”
जोक से जेल तक पहुंचे कुनाल कामरा
कुनाल कामरा का करियर स्टैंड-अप से शुरू हुआ, लेकिन जल्दी ही वे एक्टिविस्ट बन गए। 2020 में किसान आंदोलन के दौरान संसद घेराव के आरोप में उन्हें जेल भी हुई। अब यह टी-शर्ट वाला मामला उनके लिए नया मोड़ ला सकता है। कानूनी तौर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन सोशल मीडिया पर #BoycottKunalKamra जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कुनाल के फैंस का मानना है कि यह दबाव डालने की कोशिश है, ताकि उनकी आवाज दब जाए।






