अगर कभी आपको लगता था कि टेक्नोलॉजी में भारत पीछे है, तो आज Zoho ने दुनिया को बता दिया है कि हम भी टॉप क्लास ऐप्स और सॉफ्टवेयर बना सकते हैं। Zoho की टीम ने छोटे अपार्टमेंट से शुरुआत की, और अब उनके बनाए 50 से ज्यादा बिज़नेस ऐप्स पूरी दुनिया में इस्तेमाल होते हैं। Zoho ने साबित कर दिया कि सिर्फ अमेरिका या चीन नहीं, बल्कि भारत भी इनोवेशन और डिजिटल क्रांति का लीडर बन सकता है। इसी साल Zoho का मेड-इन-इंडिया मैसेजिंग ऐप “Arattai” भारत में ट्रेंड को बदल रहा है। जैसे ही शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसका समर्थन किया, इस ऐप ने व्हाट्सऐप को भी डाउनलोड्स में पीछे छोड़ दिया—एक ही दिन में हजारों लोग जुड़ गए, क्योंकि सबको फील हुआ: ये हमारा अपना है।
Arattai न सिर्फ फ्री है, बल्कि सुरक्षित, आसान और पूरी तरह स्वदेशी है। Zoho ने न सिर्फ लोगों की जरूरत को समझा, बल्कि भारतीय आइडेंटिटी और आत्मनिर्भरता को आगे रखा।
सरकारी डिजिटल वर्क से लेकर क्लाउड, CRM, अकाउंटिंग, प्रेजेंटेशन, ईमेल—Zoho के पास हर ऑफिस और प्रोफेशन के लिए एक स्वदेशी सॉल्यूशन है। भारत सरकार, बड़े संस्थान, और कई स्टार्टअप अब अमेरिकी सॉफ्टवेयर छोड़ Zoho की सेवाएं ले रहे हैं, क्योंकि—मेक इन इंडिया का मतलब है खुद पर भरोसा करना, अपनी प्रतिभा पर गर्व करना और नई ऊंचाइयों तक पहुंचना है।