Haldwani water Crisis news : उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में इन दोनों गंभीर वॉटर क्राइसिस का सामना करना पड़ रहा है गौला नदी में भारी मात्रा में सिल्ट जमा हो जाने के कारण जल संस्थान को फिल्टर प्लांट को बंद करना पड़ रहा है इसकी वजह से शहर के कई सारे इलाके में पेयजल आपूर्ति तब हो गई है और लोगों को टैंकर से पानी लेने के लिए निर्भर होना पड़ रहा है।
सिल्ट ने रोकी जलापूर्ति
अत्यधिक बारिश होने के चलते गौला नदी का जलस्तर बड़ा है और साथ है भारी मात्रा में मिट्टी और बालू भी बैराज के किनारे जमा हो रही है सिल्ट की अधिकता से फिल्टर प्लांट तक साफ पानी भी नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके कारण शीश महल स्थित फिल्टर प्लांट को बंद कर दिया गया है अब जल संस्थान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब तक बैराज से सिल्ट पूरी तरह से नहीं निकल जाती तब तक लोगों को पानी की आपूर्ति नॉर्मल तरीके से पहले की तरह नहीं हो पाएगी।
टैंकर से दी जा रही सुविधा
जनता को इस तरह की समस्या से बचने के लिए जल संस्थान के द्वारा टैंकर की व्यवस्था कर दी गई है सुबह से बहुत सारे इलाकों में पानी के टैंकर भेज दिए गए ताकि लोगों की बुनियादी ज़रूरतें पूरी की जा सके हालांकि नागरिकों का कहना है कि यह एक अस्थाई समाधान है और लंबे समय तक इस तरह रहना बहुत मुश्किल होगा।
स्वास्थ्य और जनजीवन पर खतरा
अगर पानी की दिक्कत लंबे समय तक इसी तरह चलती रहे तो लोगों को असुरक्षित जल स्रोतों पर भी निर्भर होना पड़ सकता है। जिस कारण बीमारियों का खतरा बढ़ जाएगा और साफ पानी नहीं मिलने के कारण बुजुर्गों और बच्चों की सेहत खराब हो सकती है।
प्रशासन की तैयारी
सिंचाई विभाग के द्वारा बैराज से सिल्ट हटाने का काम शुरू कर दिया गया है सुबह 10:00 से ही बैराज के गेट खोल दिए जाएंगे ताकि पानी का प्रवाह तेज होकर सिल्ट बाहर निकल जाए। उम्मीद है कि जल्द से जल्द फिल्टर प्लांट को चालू कर दिया जाएगा ताकि लोगों को पानी की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
उत्तराखंड के हल्द्वानी का यह जल संकट इस बात की और संकेत करता है कि हमें जल स्रोतों की नियमित देखभाल और सिल्ट प्रबंधन पर भी ध्यान देना चाहिए यदि समय रहते इसका स्थाई उपाय किया जाए तो पानी की दिक्कत नहीं होगी।






