UKSSSC paper negligence : उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा में एक बड़ी लापरवाही की खबर सामने आई है हरिद्वार जिले की आदर्श बल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जाट परीक्षा केंद्र में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी की गंभीर लापरवाही प्रशासन ने पकड़ ली है। ऐसा आरोप है कि उनकी निगरानी में प्रश्न पत्र को परीक्षा केंद्र से बाहर पहुंचाया गया है। इस छूट के बाद आयोग और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
सरकार की कड़ी कार्रवाई
जैसे यह मामला सामने आया, वैसे ही सरकार ने तुरंत UKSSSC paper negligence पर जांच करने का आदेश दे दिया है। परीक्षा प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक विशेष जांच दल एसआईटी का गठन किया गया है, यह जांच हाई कोर्ट के सेवा निर्मित न्यायाधीश की देखरेख में होने वाला है। इस जांच के दौरान एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट जांच एजेंसी को प्रस्तुत करनी होगी। जांच पूरी होने तक आयोग को परीक्षा संबंधित नए निर्णय लेने पर सभी प्रकार की रोक लगा दी गई है।
उम्मीदवारों में बढ़ी चिंता
ऐसी घटना होने के बाद अभ्यर्थियों के बीच एक चिंता का माहौल है बार-बार होने वाली पेपर लीक की समस्या उम्मीदवारों का आयोग पर से भरोसा खत्म कर रही है। परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि वह लोग मेहनत से तैयारी करते हैं लेकिन इस तरह के लापरवाही होने से उनके भविष्य की संभावनाएं प्रभावित होती हैं।
जिम्मेदारी तय करना जरूरी
केवल एक अधिकारी पर कार्रवाई करना ही पर्याप्त नहीं है परीक्षा जैसे संवेदनशील कार्य में शामिल पूरे तंत्र की जिम्मेदारी होती है कि किसी भी प्रकार की चीटिंग परीक्षा के दौरान नहीं हो। लापरवाही और जानबूझकर की गई गलती में अंतर साफ किया जाना चाहिए ताकि दोषियों को सरकार जल्द से जल्द सजा दे सके।
भविष्य के लिए सबक
पेपर लेकर घटना से साफ पता चलता है की परीक्षा सुरक्षा व्यवस्था में अभी भी कई प्रकार की खामियां हैं यदि समय रहते इन सभी कमियों को दूर नहीं किया जाता है तो भविष्य में आयोग के द्वारा ली जाने वाले सभी परीक्षाओं में पेपर लीक होने का खतरा रहेगा। सरकार और आयोग को चाहिए की परीक्षा केदो पर निगरानी और तकनीकी व्यवस्था को मजबूत बनाए रखें।