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Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में तबाही, Heavy Rainfall और Cloudburst से लोगों की ज़िंदगी पर गहरा असर

Authored by: Ruchi Pandit
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Published on: 29 September 2025, 7:57 pm IST
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Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में इस समय एक गंभीर आपदा आ गई है राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से न सिर्फ जनहानि और आर्थिक नुकसान पहुंच रहा है बल्कि लोगों की मानसिक स्थिति पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। उत्तराखंड आपदा में हजारों परिवार अपने घर से बेघर हो चुके हैं और उनकी रोज की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो चुकी है।

भारी बारिश और बादल फटने से नुकसान

उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने नदियों और नालों का जलस्तर काफी हद तक बढ़ा दिया है कहीं गांव में मकान दुकान और खेत बह गए हैं। सड़क टूटने से यातायात व्यवस्था भी बाधित हो रही है और बिजली आपूर्ति की भी समस्याएं देखने को मिल रही हैं। गांव में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाकर रहना पड़ रहा है सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य लगातार किए जा रहे हैं लेकिन फिर भी हालत सामान्य होने में समय लगेगा।

मानसिक स्वास्थ्य पर असर

इस प्राकृतिक आपदा सी केवल आर्थिक नुकसान हो रहा है बल्कि लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पहुंच रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कई लोग Post-Traumatic Stress जैसे समस्याओं से गुजर रहे हैं। डर, चिंता और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं तो लोगों में एक आम समस्या हो चुकी है गांव के लोगों को स्वास्थ्य केंद्र पर मानसिक परामर्श लेने जाना पड़ रहा है जिनकी संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।

राहत और पुनर्वास की चुनौती

सरकार ने आपदा प्रभावित सभी परिवारों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है और प्रशासन लगातार राहत शिविर चला रहा है। लेकिन असली चुनौती फिर से घर बनाना और मानसिक स्थिरता लौटना है विशेषज्ञ का कहना है कि केवल आर्थिक सहायता ही पर्याप्त नहीं है लोगों को सामाजिक और मानवीय सहयोग भी मिलना जरूरी है।

भविष्य के लिए सबक

उत्तराखंड के इस आपदा को देखते हुए यह पता चलता है कि पहाड़ी राज्यों में आपदा प्रबंधन को मजबूत करने की जरूरत है। वैज्ञानिक चेतावनी प्रणाली या फिर किसी भी प्रकार की आवास की सुरक्षित प्रणाली नीति जैसी योजनाएं लागू करना अभी यहां की जरूरत है।

बार-बार आपदा की वजह से उत्तराखंड में आने वाली यत्र दी हमें याद दिलाती है, कि प्राकृतिक आपदा केवल भौतिक नुकसान ही नहीं कर सकती है। बल्कि समाज की सोच और मानसिकता पर भी एक गहरा असर छोड़ सकती है। ऐसे हालात में सरकार को समाज और नागरिकों को मिलकर राहत और फिर से आवास बनाने की प्रक्रिया को पूरा करना चाहिए।

About the Author
Ruchi Pandit
Ruchi Pandit is an accomplished writer and journalist with over 5 years of experience in Politics, Crime and Local News Stories. With a degree in Mass Communication from Makhan Lal Chaturvedi Institute, she brings a unique blend of analytical insight and engaging storytelling to her work. Her articles have been featured in leading publications such as NewsTrek, BollywoodShadies establishing her as a trusted voice in politics and Local coverage. Passionate about Politics, Ruchi delivers well-researched, fact-based content that resonates with readers worldwide.
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