Uttarakhand haldwani Cyber Fraud : उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक रिक्शा चालक नरेश कुमार साइबर थकी का शिकार हुआ है आरोपी ने खुद को देहरादून का एसपी बात कर दीक्षा चालक नरेश को डराया था और 14000 रुपए की ठगी भी कर ली। घटना से यह स्पष्ट होता है कि कैसे अपराधी पुलिस अधिकारियों का नाम लेकर आम नागरिक को फसाते है।
कैसे हुई ठगी
फिर रविवार की सुबह करीब 10:00 बजे नरेश कुमार के मोबाइल पर एक कॉल आता है कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को देहरादून का एसपी बताया और नरेश पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो देखने का आरोप लगाया। आरोपी ने धमकाया कि अगर पैसे नहीं भेजी तो फिर दर्ज की जाएगी डर के कारण नरेश ने कोतवाली के पास एक दुकान से दो किस्तों में ₹14000 भेज दिए।
ठगी का खुलासा
रिक्शा चालक के पैसे भेजने के बाद जब आरोपी ने दोबारा कॉल किया तो नरेश को ठगी का एहसास हुआ उसने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी। उत्तराखंड के हल्द्वानी पुलिस ने मोबाइल नंबर की जांच शुरू कर दी है और अब आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
साइबर ठगी के बढ़ते मामले
इस घटना से साइबर ठगी के बढ़ते खतरे का पता चलता है अपराधी अक्सर पुलिस या सरकारी अधिकारियों का नाम लेकर लोगों को डराते हैं और पैसे ठगने की कोशिश करते हैं। ऐसे मामलों में नागरिकों को भी सतर्क रहना बहुत जरूरी हो जाता है।
सावधानी के उपाय
अगर कोई अज्ञात व्यक्ति खुद को अधिकारी बात कर आपसे पैसे मांगते हैं तो तुरंत आपको पुलिस से संपर्क करना चाहिए, बैंक खाता या पिन नंबर जैसी कोई भी जानकारी कभी भी किसी अजनबी के साथ शेयर नहीं करनी चाहिए। अपने मोबाइल और ऑनलाइन खाता के पासवर्ड सुरक्षित रखें और नियमित रूप से बदलते रहे।
उत्तराखंड के हल्द्वानी का यह मामला आम नागरिक के लिए एक चेतावनी की तरह है बढ़ते साइबर क्राइम जैसी घटनाओं से बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार साबित होती है पुलिस और प्रशासन को भी ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए।