uttrakhand news : हरिद्वार जमीन घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद जिलाधिकारी कमरेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है, इसके बाद आज 4 जून को मयूर दीक्षित ने उत्तराखंड का पदाधिकार संभाल लिया। इस दौरान मयूर दीक्षित ने बताया उनकी प्राथमिकता कानून व्यवस्था सुचारू रूप से बनाना एवं विकास करना होगा। हरिद्वार में हुए जमीन घोटाले मामले में उत्तराखंड सरकार ने वहां के दो आईएएस ऑफिसर और एक पीसीएस ऑफीसर के साथ-साथ अन्य भी ऑफिसर्स को 54 करोड़ की जमीन घोटाले मामले में निलंबित कर दिया। जिस कारण आईएएस ऑफिसर के नए पदों पर नए आईएएस ऑफिसर की नियुक्ति की गई।

क्यों किया गया जिलाधिकारी कमरेंद्र सिंह को निलंबित
जांच रिपोर्ट के आधार पर जारी निर्देश के अनुसार, जिलाधिकारी कमरेंद्र सिंह की लापरवाही के कारण हरिद्वार नगर निगम में 15 करोड़ की जमीन जिसकी जरूरत भी नहीं थी, उसे 54 करोड रुपए की लागत लगाकर खरीद लिया और इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का टेंडर पास नहीं हुआ जो की गैर कानूनी है। इसलिए उत्तराखंड सरकार ने जिलाधिकारी कमरेंद्र सिंह और उनके सहयोगी अन्य सभी अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
कौन-कौन हुए हैं निलंबित
कर्मेन्द्र सिंह (जिलाधिकारी और तत्कालीन प्रशासक नगर निगम, हरिद्वार), वरुण चौधरी (तत्कालीन नगर आयुक्त, नगर निगम हरिद्वार), अजयवीर सिंह (तत्कालीन, एसडीएम हरिद्वार), निकिता बिष्ट (वरिष्ठ वित्त अधिकारी, नगर निगम हरिद्वार), विक्की (वरिष्ठ वैयक्तिक सहायक), राजेश कुमार (रजिस्ट्रार कानूनगो, तहसील हरिद्वार), कमलदास (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, तहसील हरिद्वार)
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